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त्रिगर्त उत्सव

प्रकाशित तिथि : 27/10/2018
त्रिगत उत्सव काँगड़ा

कला-संस्कृति के विविध रंगों से सराबोर करेगा त्रिगर्त उत्सव

धर्मशाला, 27 अक्तूबर – उपायुक्त संदीप कुमार ने कहा कि कांगड़ा की कला, संस्कृति एवं इतिहास के विविध पहलुओं से लोगों को रूबरू करवाने के लिए कांगड़ा जिला में पहली से 30 नवम्बर तक त्रिगर्त उत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए कार्य योजना बना ली गई है। उपायुक्त ने कहा कि महीने भर चलने वाले इस उत्सव में जिलेभर में विभिन्न कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की जाएगी। उन्होंने आज धर्मशाला में पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी।

उपायुक्त ने कहा कि देश-विदेश के सैलानियों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी त्रिगर्त क्षेत्र की समृद्ध कला-संस्कृति एवं इतिहास से अवगत करवाने एवं इसके संरक्षण व संवर्द्धन के लिए त्रिगर्त उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि उत्सव के दौरान आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में देश की जानी-मानी हस्तियां अपनी सुरीली आवाज से लोगों को मंत्रमुग्ध करेंगी साथ ही हिमाचली गायकों, साहित्यकारों एवं रगंमंच के कलाकारों को भी अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन का मंच मिलेगा।

त्रिगर्त उत्सव में होंगे ये कार्यक्रम

संदीप कुमार ने कहा कि त्रिर्गत उत्सव में अलग-अलग कलाओं से जोड़ने के उद्देश्य से कार्यक्रम की श्रृंखला आयोजित की जाएगी। इसके तहत पहली से 5 नवंबर तक शाम 5ः30 से 7 बजे तक धर्मशाला कॉलेज सभागार में लोक एवं शास्त्रीय संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसमें देश के नामी कलाकार सांस्कृतिक प्रस्तुति देंगे। कार्यक्रम में पहली नवंबर को सुप्रसिद्ध गायिका मालिनी अवस्थी अपनी आवाज का जादू बिखेरेंगी। 2 नबंबर को प्रसिद्ध सारंगी वादक उस्ताद मुराद अली खान अपनी प्रस्तुति देंगे। 3 नंवबर को सृप्रसिद्ध नृत्यांग्ना पदमश्री चित्रा विश्वेश्वरन की शिष्याएं कुमारी जय कोहीनी और कुमारी विजया श्री बिटल शास्त्रीय नृत्य और 4 नवंबर को हिमाचली लोक संस्कृति को दर्शाने वाले कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 5 नवंबर को मशहूर बांसुरी वादक रोनू मजूमदार अपनी प्रस्तुति देंगे।

इसके अलावा कांगड़ा लोक साहित्य परिषद के सहयोग से 12 नवंबर को सायं 2 बजे सीएसआईआर सभागार पालमपुर तथा 16 नवंबर को सांय 2 बजे राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला के सभागार में कवि सम्मेलन आयोजित किये जायेंगे। इसके अतिरिक्त त्रिगर्त की कला, संस्कृति एवं इतिहास पर सेमीनार, स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका एवं अन्य कला विधाओं पर बनी डॉक्यूमेंट्री का प्रदर्शन एवं पारंपरिक लोक गाथाआंे पर आधारित भगत व रास इत्यादि का भी मंचन किया जाएगा।

उपायुक्त ने कहा कि इसके अलावा कांगड़ा आर्ट्स प्रमोशन्ज संस्था एवं निफ्ट के सहयोग से गगल एयरपोर्ट पर 1 से 5 नवंबर तक कांगड़ा लघु चित्रकला की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। ड्रिफ्ट संस्था के सहयोग से 22 नवंबर को कहानी पाठ और स्कूलों में ड्रामा प्ले इत्यादि आयोजित किए जाएंगे। वुडलैंड सोसायटी अंद्रेटा के सहयोग से स्कूलो में बच्चों को प्रशिक्षित करने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। हस्तशिल्प कलाकारी को प्रोत्साहन देने के लिए 16 से 18 नवंबर तक रैड क्रास मेले के दौरान धर्मशाला पुलिस मैदान में चीड़ की पत्तियों के बने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।

उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त सूचना एवं जनसंपर्क विभाग तथा ‘टिप्पा’ के कलाकारों के सहयोग से लोक नृत्य एवं गायन कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत पहली नवंबर को प्रातः 10 बजे गगल एयरपोर्ट और शाम 4 से 6 बजे तक धर्मशाला शहीद स्मारक में लोक नृत्यों पर आधारित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस क्रम में 3 नवंबर को दोपहर बाद 3 से बजे बीड़-बीलिंग में, 17 नवंबर को प्रातः 10 बजे कांगड़ा किला और शाम 4 बजे मैकलोडगंज में और 19 नवंबर को प्रातः 10 बजे पालमपुर के न्यूगल कैफे और शाम 4 बजे बैजनाथ मंदिर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम की श्रृंखला में ‘द फोर टेबल्ज प्रोजेक्ट’ संस्था के सहयोग से 6 से 10 नंवबर तक बीड़-बीलिंग में लकड़ी पर चित्रकारी एवं अन्य विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।